जीतो बैंगलोर द्वारा होटल जे. पी फार्च्यून के सभागर में "The Art of Wealth Creation" सेमिनार का शानदार आयोजन समस्त जैन व्यापारी वर्ग के लिए किया गया। जीतो बैंगलोर के संयोजक पारस भंडारी ने इस कार्यक्रम में उपस्थित समस्त जैन समाज के व्यापारी बंधुओ का स्वागत और अभिनन्दन किया । पारस भंडारी, सेमिनार के प्रमुख वक्ता श्री गजेंद्र कोठारी, सेमिनार के संयोजक हिम्मत जैन, मंत्री रंजीत सोलंकी, कोषाध्यक्ष जयंतीलाल बालर, पूर्व मंत्री नरेंद्र सामर, अल्पसंख्यक समिति के मार्गदर्शक हेमराज मन्नू और उपस्थित कार्यकारिणी सदस्यों ने दीप प्रज्ज्वलित किया। हिम्मत जैन इस कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की वहीँ श्रेयांश गाँधी ने मुख्य वक्ता गजेंद्र कोठरी का परिचय पढ़ा। इस सेमिनार के प्रमुख वक्ता श्री गजेंद्र कोठारी, जो कि प्रतिष्ठित वित्तीय कंपनी etica के प्रबंध निदेशक है, तथा वित्तीय ढांचा और धन सम्पदा प्रबंधन के प्रखर वक्ता और जानकार है, देश-विदेश में ३०० प्रशिक्षण शिविर का सञ्चालन कर चुके है, निरंतर टीवी डिबेट में और पत्र पत्रिकाओं में लेख लिखते रहे है, खचाखच भरे हाल में उपस्थित हर व्यापारी को अत्यंत ही प्रभावित करने में पूर्णतः सफल रहे. अपने अनुभव और कुशल वाकपटुता से श्रोताओ को सम्मोहित सा कर दिया तथा वित्तीय जानकारिओं के ऐसे ऐसे दृष्टांत आंकड़ों सहित पेश किये कि हर शक्श उनके बताये गुर से लाभान्वित हुआ। हर युवा व्यापारी को तलाश सी रहती है कि कोई उन्हें पैसे के सदुपयोग या पूंजी निवेश के तरीके अपनी सरल भाषा में वैज्ञानिक तरीके से सिखाये और ववाह काम बखूबी किया कोठारीजी ने। उन्होंने म्यूच्यूअल फंड्स में या अन्यत्र किस तरह निवेश करे या कैसे असावधानी से बचे ,सटीक और सामयिक सम्बोधन दिया। भोजन की थाली में जिस प्रकार मिठाई, सब्जी, रोटी, अचार, पापड़ सभी व्यंजन अलप मात्रा में चाहिए वैसे ही समूची धनराशि का एक ही क्षेत्र में ना निवेश कर अलग अलग क्षेत्र में विशेषज्ञों की राय में ज्यादा फायदेमंद रहता है। ३ इडियट्स की तर्ज पर 1 इडियट मूवी का उदाहरण भी काफी सराहा गया। जीतो के मंत्री रंजीत सोलंकी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि जीतो का परम उद्द्देश्य ही व्यापारी वर्ग को व्यापार हेतु संगठित क्षेत्र प्रदत्त करना है। सुरेन्द्रनाथ ने समूचे कार्यक्रम का शानदार सञ्चालन किया वहीँ अनिल संकलेचा, कमल पुनमिया, पदम भुरट, विनोद जैन, मुकेश पुनमिया, संजय सेठिया, सज्जन राज मेहता ने व्यवस्था में सहकार प्रदान किया।
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