जीतो द्वारा "केंद्रीय बजट का विश्लेषण " विषय पर समस्त जैन समाज के हितार्थ एक महत्वपूर्ण सेमीनार का आयोजन, चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के सभागार में सुसम्पन्न हुआ। सेमीनार के संयोजक सह कोषाध्यक्ष टी सी मेहता ने बताया कि बजट के बाद भी कई बिंदु ऐसे रह जाते है जिस पर अनुभवी टैक्स सलाहकारों की राय काफी अहम् प्रतीत होती है और उसी कड़ी में मुंबई के डॉ. राजकुमार अडूकिया ने केंद्रीय बजट से व्यापारिक आर्थिक स्थिति में हुए परिवर्तन से अवगत कराया तथा उद्दाहरण के साथ बताया कि बजट से दीर्घ अवधि के पश्चात फायदा होगा। कृषि क्षेत्र को प्राथमिकता और निचे तबके के लोगो को फायदे की स्कीम्स से भी अवगत कराया और किस तरह से प्रस्तावित बजट संशोधन व्यापार में अभिवृद्धि ला सकते है। । बैंगलोर के चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रशांत जी एस ने आयकर में संशोधनों से अवगत कराया तथा जाहिर किया कि वित्त मंत्री ने जो संशोधन किये है उसे कुछ अलग तरीके से वित्त क्षेत्र को नुक्सान पहुंचाए बिना भी किया जा सकता था। बंगलोर के ही चार्टर्ड अकाउंटेंट ऋषभ सिंघवी ने जी एस टी में संशोधनों पर अपना पक्ष रखा और सामयिक विषय जैसे ई वे बिल आदि की बारीकियों से अवगत कराया। सभी प्रमुख वक्ताओं की मुख्य सलाह व्यापारिओं से सदैव जागरूक रहने की रही। जीतो के मीडिया संयोजक सज्जन राज मेहता ने बताया कि ४ फरवरी को चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के सभागार में सवेरे आयोजित इस सेमिनार का दीप प्रज्जवलन अतिथिगण,जीतो बंगलोर के मंत्री रंजीत सोलंकी ,कोषाध्यक्ष जयंती लाल बालर ,टी सी मेहता, पूर्व मंत्री नरेंद्र सामर, हेमराज मन्नू, कार्यकारिणी सदस्य अनिल संकलेचा और कमल पुनमिया ने किया तथा समस्त जैन समाज के व्यापारीयो की गरिमामयी उपस्थिति से माहौल उत्साहवर्धक बना रहा। सभी वक्ताओं ने बखूबी सवालों के प्रतुत्तर भी दिए। संचालन टी सी मेहता ने किया तथा समूचे सेमिनार को यशस्वी बनाने में ,मोमेंटो प्रदान करने में तथा परिचय में अहम् भूमिका गणपत कवाड ,अनिल संकलेचा , कमल पुनमिया ,सज्जन राज मेहता और राजेश मेहता मेहता की रही।
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